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सीधी हादसे के 5वें दिन 54वां शव मिला; 22 साल के युवक की इसी साल शादी होनी थी

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  सीधी बस हादसे में नहर में बहे कुकरीझर के अरविंद विश्वकर्मा (22) का शव पांचवें दिन मिला। शनिवार दोपहर करीब 1 बजे गोविंदगढ़ थाने के अमिलकी गांव के पास नहर में अरविंद का शव मिला। आखिरी शव मिलने के बाद अब सर्च ऑपरेशन बंद कर दिया गया है। हादसे में मरने वालों की संख्या अब 54 हो गई है। जबलपुर NDRF और SDRF की टीमें शनिवार सुबह से ही सुरंग में सर्चिंग में जुटी थीं। इसी साल अरविंद की शादी होनी थी हादसे वाले दिन अरविंद अपनी बुआ की बेटी यशोदा को ANM की परीक्षा दिलाने ले जा रहे थे, लेकिन बस के नहर में गिरने से दोनों की मौत हो गई। यशोदा का शव 16 फरवरी को ही मिल गया था। अरविंद चार भाई-बहनों में सबसे बड़े थे और इसी साल उनकी शादी होनी थी। ड्राइवर की लापरवाही से हुआ था हादसा 16 फरवरी को सीधी से जबलनाथ परिहार की 32 सीटर बस MP19P1882 सुबह पांच बजे के करीब सतना के लिए रवाना हुई थी। बस में सीधी, सिंगरौली जिले के कुल 63 यात्री सवार थे। इनमें से 3 यात्री बीच में ही उतर गए थे। बस में सवाल ज्यादातर युवतियां ANM की परीक्षा देने सतना जा रही थीं। रास्ते में छुहिया घाटी में लगे जाम से बचने के लिए ड्राइवर ने बस को

गांधीनगर में सड़क पर ही चल बसी कबाड़ इकट्ठा करने वाली महिला, 5 साल का बेटा शव के साथ खेलता रहा

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  गुजरात की राजधानी गांधीनगर में शनिवार को एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। यहां अडालज-अंबापुर रोड के पास एक कबाड़ इकट्ठा करने वाली महिला ने दम तोड़ दिया। उसका 5 साल का बेटा शव के साथ खेलता रहा। कुछ देर बाद जब बेटा रोने लगा तो राहगीरों को महिला की हालत पर शक हुआ। जांच करने पर महिला की मौत होने का शक हुआ तो पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। बेटे को हाथ ठेले पर बैठाकर कबाड़ इकट्ठा करने निकली थी मां जानकारी के मुताबिक, गांधीनगर के अडालज शनिदेव मंदिर के पास श्रमिक पति-पत्नी रामनाथ जोगी और मंजू देवी तीन बच्चों के साथ रहते हैं। पति रोज की तरह सुबह काम पर निकल गया था। वहीं, मंजू अपने 5 साल के बेटे को लेकर हाथ ठेले से कबाड़ इकट्ठा करने निकल गई। इसी दौरान मंजू की तबीयत बिगड़ गई। वह सड़क किनारे चक्कर खाकर गिर पड़ी, जहां उनकी मौत हो गई। राहगीरों ने पुलिस को फोन किया बेटा काफी देर तक मां के शव के साथ ही खेलता रहा और कुछ देर बाद मां को उठाने के लिए रोने लगा। उसे रोता देख कुछ राहगीरों को शक हुआ तो उन्होंने महिला को उठाने की कोशिश की। तब पता चला कि उसकी सा